आओ सुने आज़ादी की कहानी
वीरों की ज़बानी
यह धरती
आन है मेरी
शान है मेरी
इससे है पहचान मेरी
भारत माँ के कदमों में है
न्योछावर जान मेरी
मैं हूँ इस देश का पहरेदार
सोचकर करना इस पर एक भी वार
क्योंकि मैं भी हूँ तैयार
बाँध सर पर कफ़न
भर दिल में सरफरोशी की तमन्ना
लिए हाथ में आज़ादी की मशाल
दौड़ रहा रगों में इंकलाब
बोल रहा लहू का हर कतरा कतरा
भारत माँ की कसम
सांसों के अंतिम छोर तक
ना मानूंगा हार
मौत से क्या डराएगा मुझे
मौत के महफ़िल में ज़िंदगी को है दी पनाह मैंने
इस जंग के मैदान में
मौत भी आए बीच में तो
हंसकर उससे भी लड़ जाऊंगा
पर तेरे आँचल में दाग़ ना आने दूंगा
हाँ गर चंद छींटे लहू के पड़े दामन पर तेरे
नम ना करना इन पलकों को तू
स्पर्श कर तेरे चरणों को
अमर हो जाने देना मेरे लहू को तू
भूल कर भी पोंछना ना इन्हें
एक टीका लगा मेरे माथे पर वीरगति की
बाकी का कर लेना तू शृंगार
सालों तक
मिसाल देंगी ये लहू की बूंदें
तेरी कोख़ से जन्म लिए थे शेरों ने कई
तेरी कोख से जन्म लिए थे वीरों ने कई
वीरों को मेरा शत शत नमन
ऐ वीर
सरहद पर तू है खड़ा
इसलिए पूरा देश चैन से सोता है
सुकून की सांसे लेता है
है भरपूर जोश
और मजबूत इरादे
तोड़ देते हैं ये ग़ुरूर उनका
जब सर चढ़ बोलता जुनून इनका
ऐ वीर तेरी ख़ाकी वर्दी पर नाज़ है हमें
झुक कर तुझे सलाम करता हूँ
एक बार नहीं बारंबार प्रणाम करता हूँ
दुश्मनों की ललकार से कौन डरता है भला
जहां बन के पहरेदार सरहद पर तू है खड़ा
कर लहू का हर कतरा धरा पर अर्पण
मन तन सब देश पर समर्पण
कुर्बान कर अपना सब कुछ
जीत का झंडा तू लहरा रहा
भारत माँ का गौरव तू बढा रहा
धन्य हो तेरी यह काया
और तेरा यह बलिदान
अंतिम क्षण तक
‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम्’ का नारा तू लगा रहा
‘जय हिंद’ और ‘वंदे मातरम्’ का नारा तू लगा रहा
Nice flow of words. Apt timing considering the current national mood.
#ContemplationOfaJoker #Jokerophilia
Thank you Manas. Glad that you could connect to it.
another beautiful poem! Loved it
Thank you!
आज वीर रस को खूब निभाया रश्मि
बहुत धन्यवाद आपका सोनिया:)