अगर मैं होती…
अगर मैं होती एक उड़ान ख्वाबों को देती एक पंख उधार और अरमानों को ले चलती दूर पंख पसार अगर मैं होती एक ख्वाब तो रात को भी देती एक…
अगर मैं होती एक उड़ान ख्वाबों को देती एक पंख उधार और अरमानों को ले चलती दूर पंख पसार अगर मैं होती एक ख्वाब तो रात को भी देती एक…
ये दुनिया सुख दुख का मेला है इस मेले में तू क्यों अकेला है ग़म को ना समझ बोझ यह तो खुशी महसूस कराने का बस एक तरीका है तो…
आज़ फ़ुर्सत से दिल की संदूक़ों को जब खोलकर देखा यादों से लिपटी कई तस्वीरों को देखा कुछ किस्से पड़े थे कोने में कुछ रिश्ते झाँक रहे थे छुप…
किसने कहा कब कहा क्यों कहा यह उसकी है खता तु क्यों विचलित होता है औरों के दिए हुए गम तले तू क्यों दबता चला जाता है जिंदगी के अनमोल…
ना जकड़ इन बेड़ियों में खुद को तोड़ दे इन सलाखों को सहनशीलता के चादर तले ना ढक अपने इन जख्मों को हुँकारा भरने दे सोए हुए अरमानों को उड़…
आओ सुने आज़ादी की कहानी वीरों की ज़बानी यह धरती आन है मेरी शान है मेरी इससे है पहचान मेरी भारत माँ के कदमों में है न्योछावर जान मेरी मैं…
वो देखो शिकारी आया संग अपने है धनुष बाण लाया डोरी खिंची तीर चलाया मेरे पंखों को है निशाना बनाया निर्जीव सी काया हुई लहूलुहान गिरी धम से धरती की…
कैसा है यह एक तरफ़ा तराजू झुके है देखकर के भारी बाजू यहां आँसू का है कोई मोल नहीं पैसे से बढ़कर कोई तोल नहीं यहां रुपैया मुंह खोलकर है…
दुनिया में आने से लेकर जाने तक बिना रुके बिना थमे अंत तक चलती हैं ये धड़कनें वक्त के रफ्तार को बयां करती है ये धड़कनें हर आने वाली…
नभ से उतर चारों दिशाओं में बिखरी हूँ मैं प्रकृति की मुस्कुराहट हूँ मैं एक नए जीवन का संदेशा लाई हूं मैं मेरे आने की आहट सुन खिल उठा…