गमों के बाज़ार में
बड़ी नादान सी
प्यारी सी
छुपकर बैठी थी एक खुशी
मेरे करीब आने की आहट सुन
मचल उठी वो खुशी
गले से लगाया तो
छलक उठी वो खुशी
मैंने पूछा
यूँ क्यों दुबक कर बैठी है तू
क्या किसी बात पर नाराज़ है तू
वो धीमी सी मुस्कान संग बोली
कर मुझे नज़रअंदाज़
लोग दुखों की ख़रीदारी में
यू खो जाते हैं गम के इस मेले में
मैं रहती हूं आस पास ही
फिर भी मुझे ढूंढ ना पाते हैं
अब बता तू ही
इसमें क्या है मेरी गलती
बाज़ार की भी यही है रीत
जो सस्ते में मिलती वही ज़्यादा है बिकती
मैं पसंद तो सबको आती हूँ
पर मोल मेरा कोई समझ ना पाता
शायद इसीलिए किसी कोने में ही पड़ी रह जाती
खुशी की इस बात पर आज फिर सोच पड़ा मन
फिर यह कहा
ग़मगीन नहीं मैं
थोड़ा सा हैरान हूँ मैं
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िंदगी
थोड़ा सा परेशान हूँ मैं
चारों और शोर है
कैसी यह होड़ है
हर तरफ भागदौड़ है
इस भागती दौड़ती भीड़ में
देख खो ना जाए तू
संभाल खुद को
कहीं आँसुओं से भीगे दामन में फिसल ना जाए तू
दर्द की गहराइयों में समा ना जाए तू
एतबार रख यारा
अकेला नहीं है यहां तू
वक़्त ने सबकी झोली में है बाटें ये सन्नाटे
कुछ है तेरा किस्सा
कुछ है मेरा हिस्सा
ध्यान रहे बस इतना
दुनिया में बस दो ही है तेरे पास रास्ते
या तो हो मायूस बटोर ग़म का खजाना
या तो रह ज़िनदादिल ढूंढ खुशी का कोई बहाना
दिल ने दोहराया आज फिर यही तराना
ग़मगीन नहीं मैं
थोड़ा सा हैरान हूँ मैं
तुझसे नाराज़ नहीं ज़िंदगी
थोड़ा सा परेशान हूँ मैं
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Awesome…
Thanks dear 🙂
Jusst beautifull!! loved it
Thanks a lot for the read ?
Vidhya, replace your wordpress site with your new one as it doesn’t exist as per the message. It would be convenient for readers to share your posts.
Apke alfaaz ne hume khush kar diya. Beautiful
Bas khushi aapka damaan na chode, dua hai yahi ?
Stirring… Speechless. A post about happiness that makes you think n sad. Nice one.
#ContemplationOfaJoker #Jokerophilia
Glad that this poem of mine made you pause and ponder. Thank you Manas. Hope you like others also.
खूबसूरत
बहुत बहुत धन्यवाद
Hey dear, your Twitter handle is not embedded. Check it once.
Thank you for this. 🙂
Welcome dear ?
ati sunder!
Dhanyavad! Aage bhi isi tarah protsahan dete rahen.
jarur! ?
बहुत ही उम्दा। और कितना सही सोचा रश्मि। गम भारी भरकम लगता है, कुछ elitist सा। तो उसे जल्द गले लगा लेते हैं हम।
बहुत बहुत धन्यवाद सोनिया। बस इसी तरह साथ बनें रहे।
Bahut khoob…. ???
Gamo ke bazar mein… such a captivating beginning…
Thanks a lot Samira for the appreciation. Keep reading ?